नेपाल ने विवादित नक्शा जारी करके भारत नेपाल सम्बन्धों में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है और इसमें चीन भी उसका साथ दे रहा है :
भारत नेपाल सीमा विवाद
नेपाल भारत का पड़ोसी देश है । नेपाल की राजधानी काठमांडू है और नेपाल में 85 प्रतिशत से ऊपर हिन्दू धर्म के लोग रहते हैं ।
हाल ही में नेपाल ने अपने देश का एक नक्शा जारी किया है जिसमें उसने भारत के तीन इलाकों पर अपना दावा किया है
इस नक्शे में नेपाल ने भारत के राज्य उत्तराखंड के तीन क्षेत्र कलापनी , लिपुलेख तथा लिंपिया धुरा को अपना बताया है और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने खुद बयान जारी करके कहा है कि ये इलाके नेपाल के हैं और वो इनको हर हाल में लेकर रहेंगे ।
नेपाल के इस विवादित बयान से भारत और नेपाल के संबंधों में एक तनाव की स्थिति बन गई है । भारत ने नेपाल की इस हरकत का विरोध किया है और कहा है कि नेपाल ऐसे बयान देने से बचे क्यूंकि ऐसा कोई सबूत नहीं हैं जो इन इलाकों पर नेपाल का हक साबित करता हो ।
नेपाल के प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि भारत से आने वाला कोरोना वायरस बहुत खतरनाक है और नेपाल में कोरोना संक्रमण का जिम्मेदार भारत को बताया है । इन तमाम बातों से ऐसा लगता है कि नेपाल को कोई भड़का तो नहीं रहा और ये बात बिल्कुल सही है नेपाल को चीन भारत के खिलाफ भड़का रहा है
भारत नेपाल संबंध
भारत और नेपाल दोनों बहुत ही अच्छे मित्र रहे हैं और दोनों देशों में बहुत समानताएं भी हैं पहला तो ये की नेपाल और भारत धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत हद तक समान है नेपाल खुद को एक पूर्ण हिन्दू राष्ट्र भी बताता है और भारत से नेपाल के आर्थिक और राजनैतिक सभी तरह के रिश्ते ठीक ही रहे हैं । नेपाल भारत से बहुत सी चीजें आयात करता है और भारत संकट के समय में नेपाल की मदद भी करता है । लेकिन अब नेपाल चीन के जाल में फंसकर गलत बयान बाजी कर रहा है ।
नेपाल को भारत के खिलाफ भड़काने की साज़िश कर रहा है चीन
चीन हमेशा से ही शांति नहीं चाहता है और हर बार कोई ना कोई हरकत करता है रहता है और उसका टारगेट भारत को चोट पहुंचाना रहता है चाहे वो किसी देश से रिश्ते खराब करने हो या भारत की सुरक्षा में क्षति हो ,चीन की ये कोशिश रहती है कि भारत के रिश्ते अपने पड़ोसी देशों से बिल्कुल खराब रहें ताकि चीन इन देशों को कर्ज देकर इनपर अपना अधिकार धीरे धीरे करता रहे और यही वो कर रहा है ।
पाकिस्तान से भारत के रिश्ते पहले से ही खराब ही लेकिन उसमें भी चीन की बहुत बड़ी साजिश है क्यूंकि चीन को पता है कि पाकिस्तान अपने आतंकवादी भेजकर भारत को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए चीन ही पाकिस्तान को फंडिंग करता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान का साथ देता है ।
नेपाल में अभी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है और इसका फायदा उठाकर चीन भारत से उसके रिश्ते खराब करना चाहता है और उसकी नजर भारत के इन तीनों इलाकों पर है जिन पर अभी नेपाल अपना दावा जाता रहा है ।
भारत चीन सीमा पर सैनिकों में झड़प
चीन और भारत की सीमा पर सैनिकों में झड़प होने से भी दोनों देशों में तनाव की स्थिति है इससे पहले भी डोकलाम विवाद में दोनो देशों की सेना आमने सामने आ चुकी हैं लेकिन चीन अपनी तानाशाही से बाज नहीं आ रहा है एक ऐसा समय जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है जो की चीन का फैलाया हुआ है उसके बाद भी चीन अपनी तानाशाही से दुनिया में अशांति भी फेला रहा है । साथ ही नेपाल को भड़का कर भारत के खिलाफ खड़ा कर देना भी चीन की ही रणनीति है ।