विकिपीडिया पर दिल्ली दंगों की गलत जानकारी जिसको पढ़कर फिर से दंगे हो सकते हैं Delhi danga Wikipedia

Delhi danga Wikipedia
दिल्ली दंगो की विकिपीडिया

दिल्ली दंगों का सच 

नागरिकता संशोधन कानून (CAA ) और एनआरसी को लेकर मुस्लिम समाज में इतना डर घुसा दिया गया कि ये सरकार सभी मुस्लिमों को देश से बाहर निकाल देगी और मुस्लिमों पर ज़ुल्म किए जाएंगे अब मुस्लिम सुरक्षित नहीं है ये सब बाते कहकर उनको भड़काया गया और उसका परिणाम क्या हुआ दिल्ली में दंगे हुए कई लोग मारे गए 
पुलिस की जांच में सब कुछ सामने आने के बाद भी एक लोकप्रिय वेबसाइट विकिपीडिया पर दिल्ली दंगों के बारे में बहुत ही भ्रामक जानकारी लिखी हुई है जिसको पढ़ने के बाद फिर से दंगे हो सकते हैं इस लेख को लिखा हुआ है उसका कुछ अंश हम आपको बता रहे हैं नीचे पढ़िए 

दिल्ली दंगों की विकिपीडिया 

जैसे ही आप गूगल पर दिल्ली दंगा सर्च करते हैं सबसे पहले आपको विकिपीडिया की पोस्ट मिलेगी जिसमें लिखा हुआ है कि दिल्ली दंगे मुख्य रूप से हिन्दुओं की भीड़ द्वारा मुस्लिमों पर हमला करने से हुए थे इसके बाद आप पेज पर क्लिक करते हैं तो आपको जो लिखा हुआ मिलेगा उससे आपक दिमाग ही घूम जाएगा सब कुछ ग़लत और भ्रामक लिखा गया है ।
लेख में दावा किया गया है कि 53 मारे गए लोगों में दो तिहाई से अधिक मुस्लिम थे उनको गोलियों से भूना गया तलवार से काट दिया गया और आग से जलाने की भी बात कही गई है , मुस्लिम समाज को निशाना बनाया गया था मुस्लिमों को नंगा करके उनकी पहचान जिसे खतना कहते हैं उसको देखा गया 

कपिल मिश्रा बीजेपी के नेता ने लोगों को मुस्लिम समाज पर हमले के लिए उस्कसाया और प्रदर्शन करने वालों को देशद्रोही बताकर गोली मारने की बात कही इसके बाद हिन्दुओं से मुस्लिम के घरों में गोली बारी की गैस सिलेंडर से हमला किया और इसमें पुलिस ने भी उनका साथ दिया ।
जय श्री राम के बारे लगते रहे और मुस्लिम घरों को फूंक दिया गया लेकिन मूक दर्शक बनकर देखती रही बाद में हिन्दू राष्ट्रवादी बीजेपी सरकार ने इस मामले में उल्टा हिन्दुओं का साथ दिया इस कारण से हजारों मुस्लिम दिल्ली छोड़कर चले गए ।
और भी कई भ्रामक जानकारी इस पोस्ट में डाली गई है आप सभी जाकर इस पोस्ट को पढ़ें और सोशल मीडिया पर बड़े नेताओं और ट्विटर हैंडल का इस पर ध्यान आकर्षित करें जिससे इसे या तो डिलीट किया जाए या फिर उस पर कोई कार्यवाही की जाए क्योंकि ऐसी पोस्ट पढ़ने से हमारे देश के लोगों को सच्चाई नहीं पता चलेगी और अपराधियों के अंदर की मुख्य सोच से देश कभी रूबरू नहीं हो पाएगा।

दिल्ली दंगों पर किताब 

दिल्ली दंगों पर एक किताब भी बनी है लेकिन इसकी लांचिंग ही रोक दी गई है क्यूंकि इस किताब में सब कुछ सच है और दिल्ली दंगों के आरोपियों की असली सोच और उनके पीछे की भी साजिश का खुलासा इस किताब में होगा इसलिए जिस कम्पनी से ये प्रकाशित होनी थी उस पर ही दबाव बनाकर उससे किताब नहीं छापने की बात कही है और वो वहीं लोग हैं जो दिल्ली दंगों के आरोपियों के साथ हैं ।
आपको बात दें की देश की राजधानी दिल्ली में 22 फरवरी से 25 फरवरी तक भयानक दंगे हुए थे जिनमें कई लोग मारे गए लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा हुआ था उस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए हुए थे इसलिए देश का सारा ध्यान उधर था लेकिन दंगाइयों और आतंकवादियों से मिले हुए लोगों का ध्यान साजिश करने में लगा हुआ था ।

दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड कौन था 

ताहिर हुसैन नाम का एक व्यक्ति जो कि आम आदमी पार्टी से पार्षद का चुनाव भी लड़ा है उसने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उसने दिल्ली दंंगों की पूरी साजिश की थी और वो जी इसका मास्टरमाइंड है एक अन्य आरोपी शाहरुख जिसने गोली चलाई थी उसने भी सब कुछ कबूला है कि वो किस साजिश के तहत काम कर रहे थे ।
सर्जिल इमाम नाम का एक आतंकवादी भी इसी साजिश में शामिल था उसने असम को देश से अलग करने की बात कही थी और मंच से खुलेआम caa प्रोटेस्ट के समय भाषण दिया था कि हम इंडिया के टुकड़े करना चाहते हैं, उसका कहना है कि इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साज़िश के तहत ये सब काम होते हैं, आरोपी ये भी कह रहे है कि दिल्ली में दंगों में समय हिन्दू लड़कियों को उठाने की भी योजना तैयार थी और ये सब कुछ दिसंबर 2019 से ही प्लान हो रहा था ।

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