अमेरिका की संस्कृति अपनाओगे तो अपने घर में भी रहना मुश्किल हो जाएगा अगर नहीं समझे तो खबर को ध्यान से पढ़ना यदि आपको मेरी बात अच्छी लगे तो शेयर कर देना
तीरथ सिंह रावत का बयान
भारत में आजकल एक मुख्यमंत्री के बयान को लेकर बहुत चर्चा है और उससे भी ज्यादा चर्चा है एक बहुत ही हिम्मत वाली सज्जन और सुशील संस्कारी लड़की जिसका नाम है नव्या नवेली नंदा क्यूंकि जिन मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि महिलाओं को फटे जींस नहीं पहनने चाहिए उनके जवाब में नव्या नवेली नंदा ने कहा कि वो फटा जींस पहनने में गर्व महसूस करती हैं आप आपनी सोच बदलो ।
वैसे जींस पहनना या फटे कपड़े पहनना जिनसे अंग प्रदर्शन होता है ये भारत को संस्कृति नहीं है ये सब विदेशो की संस्कृति है जो भारत में अपनाई जा रही है और इसमें सबसे अहम रोल अदा कर रहा है भारत का फिल्म जगत जिसको बॉलीवुड कहा जाता है ।
जो लोग नव्या नवेली नंदा और उसके जैसे बॉलिवुड के बिगड़े हुए औलादों का समर्थन करते हैं वो अमेरिका की एक खबर पढ़ें जो पुरानी है लेकिन आपको हैरान कर सकती है कि अमेरिका में औरतों को नंगा घूमना पसंद है और अगर इस हिसाब से देखा जाए तो बॉलीवुड वाले कभी ये कैंपेन भारत में चलाएंगे तो क्या आप उसका समर्थन करेंगे ?? पढ़िए जरा ये खबर
फ्री द निप्पल – स्तनों की आजादी
वॉशिंगटनः अमेरिका के 6 राज्यों में महिलाओं का टॉपलेस घूमना लीगल हो गया है महिलाएं अब पश्चिमी अमेरिका के इन छह राज्यों व्योमिंग, उताह, कोलोराडो, कैनसस, न्यू मेक्सिको और ओक्लाहोमा में सार्वजनिक स्थानों पर टॉपलेस होकर घूम सकती हैं। वहीं, इन राज्यों में रहने वाली कई महिलाओं ने इस फैसले का विरोध भी किया था, लेकिन कोर्ट ने ‘फ्री द निप्पल’ मूवमेंट की बात मानी और इन 6 राज्यों में औरतों के टॉपलेस घूमने की मंजूरी दे दी।
Free the nipple movement kya hai
दरअसल, ‘फ्री द निप्पल’ नाम से कई महिलाओं ने एक ग्लोबल मूवमेंट चलाया। इस आंदोलन में महिलाओं की मांग थी कि उनको भी पुरुषों की ही तरह टॉपलेस घूमने का अधिकार दिया जाए। साथ ही उनका मानना था कि महिलाओं का शरीर सिर्फ सेक्सुअल ऑबजेक्ट नहीं है, बल्कि उन्हें भी पुरुषों की तरह समान अधिकार मिलने चाहिए. इसी मूवमेंट पर अपना फैसला देते हुए कोर्ट ने टॉपलेस बैन को हटा दिया।
इस फैसले को रोकने के लिए फॉर्ट कॉलिन्स, कोलोराडो शहर ने 2 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किए लेकिन कोर्ट का फैसला आने के बाद फॉर्ट कॉलिन्स सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि अब हमें शहर की बाकि अहम चीज़ों पर पैसे खर्च करने चाहिए। टॉपलेस बैन ) को हटाने के लिए फरवरी में अपील की गई थी। फॉर्ट कॉलिन्स शहर में सितंबर के आखिरी हफ्ते से ही महिलाएं टॉपलेस होकर घूम सकेंगी। इससे पहले सिर्फ 10 साल से कम उम्र वाली बच्चियां ही बिना टॉप के पब्लिक प्लेस में जा सकती थीं।
क्या आप ऐसी विदेशी संस्कृति को भारत में लाना चाहते हैं जो हमारे बच्चो को आने वाली पीढ़ी को बर्बाद कर दे और आपको एक बात ध्यान होनी चाहिए की भारत की संस्कृति सबसे शिक्षित और सबसे प्राचीन है जिसको कई देशों में अपनाया जा रहा है और हमारे देश के लोग विदेशी गंदी सोच को ग्रहण कर रहे हैं। कितनी शर्म की बात है ।