बंगाल में लोगों की निर्मम हत्याएं हो रही है और केंद्र की मौजूदा सरकार कोई एक्शन लेने के बजाय तमाशा देख रही है जबकि इस मामले में कांग्रेस बहुत सख्त थी इसका एक उदाहरण है अमित शाह की गिरफ्तारी
शोहराबुद्दीन एनकाउंटर
15 जून 2004 को अहमदाबाद में एक मुठभेड़ में इशरत जहां और उसके तीन साथी जावेद शेख, अमजद अली और जीशान जौहर मारे गए. गुजरात पुलिस ने इशरत को लश्कर का आतंकी बताया था और कहा था कि उसके निशाने पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे इस एनकाउंटर की अगुवाई डीआईजी डीजी वंजारा ने की थी।
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Amit Shah arrested by cbi
अमित शाह को किया गया था गिरफ्तार
उस समय केंद्र मे काँग्रेस की सरकार थी उस समय आतंकी इशरत और सोहराबुद्दीन का एनकाउंटर गुजरात पुलिस ने कर दिया था कोंग्रेस सरकार इतनी गुस्सा हो गई कि गुजरात के गृहमंत्री को उठाकर जेल में डाल दिया था इतनी औकात रखती थी केंद्र की कोंग्रेस सरकार
वो अपने आतंकियों के लिए भी राज्य के गृहमंत्री को भी उठा लेते थे अमित शाह को 25 जुलाई 2010 को सोहराबुद्दीन मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर हत्या, जबरन वसूली और अन्य आरोपों के बीच अपहरण का आरोप लगाया गया था।
इशरत जहां और शोहराबुद्दीन एंकाउंटर क्यूँ हुआ था
इशरत जहां और उसके साथी गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्रमोदी कि हत्या करना चाहतें थे साल 2005 में गुजरात पुलिस ने कथित तौर पर सोहराबुद्दीन शेख का अहमदाबाद एयरपोर्ट के पीछे एक स्थान पर एनकाउंटर किया था. सोहराबुद्दीन पर चरमपंथी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़े होने और गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में हथियार सप्लाई करने के आरोप थे.
गुजरात पुलिस के मुताबिक सोहराबुद्दीन के संबंध अंडवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के साथियों और लश्कर-ए-तोइबा व पाकिस्तान के आईएसआई से थे। 6 दिसंबर 1992 में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया। इसके बाद आतंक फैलाने के लिए अब्दुल लतीफ ने पाकिस्तान के करांची में अंडवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के गुर्गे छोटा दाउद उर्फ शरीफ खान से भारी संख्या में हथियार मंगवाए थे।