गुलशन कुमार की हत्या करने वाला शख्स बंदूक तानकर बोला था- बहुत हुई पूजा, अब ऊपर जाकर करना

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गुलशन कुमार ( T Series के मालिक ) का जन्म 5 मई 1956 को हुआ था और 12 अगस्त 1997 मे गुलशन कुमार की हत्या हो गयी थी,  टी सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार वो शख्सियत हैं, जिनको आज भी हर घर में सुना जाता है उनका सबसे प्रसिद्ध भजन है श्री हनुमान चालीसा जिसे यूट्यूब पर दुनिया भर मे एक बिलियन यानि कि 100 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है ये अपने आप में एक रेकॉर्ड है तो एक सवाल मन में जरूर आता है कि गुलशन कुमार की हत्या किसने करवाई होगी और क्यूँ 

 

आपको बता दें कि गुलशन कुमार भगवान में बहुत आस्था रखते थे और मां वैष्णो देवी के बहुत बड़े भक्त थे. भक्ति में लीन गुलशन वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी कराते थे, लेकिन उनका ये व्यक्तित्व और प्रसिद्धि अंडरवर्ड को चुभ रही थी इसलिए उनकी हत्या कर दी गयी

 

गुलशन कुमार की हत्या कैसे हुई 

एक दिन गुलशन कुमार मंदिर में पूजा करके बाहर निकल रहे थे. तभी उनको महसूस हुआ कि इनके पीछे कोई बंदूक लेकर खड़ा है जब गुलशन कुमार ने सामने खड़े शख्स से पूछा, ‘ये क्या कर रहे हो. उसने जवाब दिया, ‘बहुत पूजा कर ली. अब ऊपर जाकर करना.’ इसके बाद गुलशन कुमार कुछ कह पाते उसके पहले ही उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. और एक के बाद एक 16 गोलियां मारकर गुलशन कुमार की हत्या कर दी गयी

इस दौरान उनके साथ मौजूद ड्राइवर ने उन्हें बचाने के लिए हत्यारों पर पूजा का कलश भी फेंका, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने ड्राइवर के पैर पर भी एक गोली मार दी. गुलशन की हत्या की घटना से पूरी मुंबई कांप उठी थी.

जब वो जमीन पर गिर गए और तड़प कर चीख रहे थे तो शूटर ने करीब 15 मिनट फोन चालू रखा क्योकि अबू सलेम को उनकी चीखे सुननी थी,ये हादसा मुंबई के चेतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर हुआ था.

 

 

गुलशन कुमार की हत्या किसने करवाई 

दाऊद इब्राहिम के कहने पर अबू सलेम ने गुलशन कुमार से 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन गुलशन कुमार ने अबू सलेम को फिरौती देने से मना कर दिया था और कहा कि उसे रुपए देने के बजाय उन रुपयों से वो वैष्णो माता के मंदिर में भंडारा कराएंगे। जम्मू में आज भी गुलशन कुमार के नाम से भंडारा चलता है।

शार्प शूटर दाऊद मर्चेंट और विनोद जगताप ने गुलशन कुमार को 16 गोलियां मारी, और 9 जनवरी 2001 को विनोद जगताप ने कुबूल किया कि उसने गुलशन कुमार को गोली मारी. जिसके बाद साल 2002 को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. दाऊद मर्चेंट को भी इस मामले में उम्रकैद की सजा हुई.

 

 

मुंबई क्राइम ब्रांच ने सुरक्षा वापस ले ली

मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया (Rakesh Maria) अपनी किताब में लिखा है 22 अप्रैल 1997 को उनके पास एक खबरी का फोन आयाउन्हें बताया कि गुलशन कुमार की हत्या का प्लान बनाया गया है. ये पूछने पर कि इसके पीछे कौन है, खबरी ने बताया- अबू सलेम. खबरी ने बताया था कि शिव मंदिर जाते वक्त उनकी हत्या का प्लान बनाया गया है.

 

रिपोर्ट्स की माने तो जिस दिन गुलशन कुमार पर गोलियां दागी गईं उस दिन उनका गनमैन उनके साथ नहीं था. दरअसल, कहा जाता है कि उस दिन गनमैन की तबीयत खराब थी और वह गुलशन के साथ मौजूद था. राकेश मारिया ने अपनी किताब में लिखा कि क्राइम ब्रांच ने उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाई थी. लेकिन जब यूपी पुलिस ने उन्हें कमांडो सिक्योरिटी उपलब्ध करवाई तो मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपनी सुरक्षा वापस ले ली.

 

गुलशन कुमार की कब मृत्यु हुई?

12 अगस्त 1997
गुलशन कुमार के बाद टी सीरीज म्यूजिक कंपनी को उनके बेटे भूषण कुमार ने संभाल रखा है लेकिन गुलशन कुमार आज भी लोगों के दिलो पर राज करते हैं ।

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