Sunny Deol Latest News : सनी देओल की फिल्म इंडियन का ये सीन कितने लोगों को याद है ।

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Sunny Deol Latest News :  कई वर्ष पहले एक फिल्म आयी थी इंडियन इस फिल्म में मुख्य अभिनेता की भूमिका में थे लोकप्रिय अभिनेता सनी देओल इस फिल्म का एक सीन आज के परिप्रेक्ष्य में बहुत हद तक तर्कसंगत कहा जा सकता है ।

फिल्म का अभिनेता जो की एक पुलिस ऑफीसर की भूमिका है नाम डीसीपी आजाद अपनी जान जोखिम में डालकर एक  वसीम खाना नाम के आतंकवादी को पकड़ता है और उसे जेल में डाल देता है , लेकिन शंकर सिंघानिया नाम का एक हमारे ही देश का व्यक्ति सरकार को धमकी देकर वसीम खान नाम के आतंकवादी को रिहा करने की बात कहता है ।

Sunny Deol Latest News : इंडियन मूवी

जब डीसीपी आजाद को ये पता चलता है तो वो वसीम खान के पास जाता है उसके बाद वसीम खान कहता है कि डीसीपी आजाद अब तुम खुद ही मुझे रिहा करने आए हो क्योंकि तुम्हारे मुल्क में बिकने वाले बहुत हैं और वो दिन दूर नहीं जब ना तो ये मुल्क आजाद रहेगा और ना ये आजाद 

फिल्म में जो पुलिस ऑफिसर है बहुत ही ईमानदार और देशभक्त है इसलिए उसने वसीम खान को जो जवाब दिया वो काबिले तारीफ है आजाद ने वसीम खान की गर्दन पकड़ते हुए कहा कि कान खोलकर गौर से सुन ये आजाद रहे ना रहे लेकिन ये मुल्क आजाद था आजाद है और आजाद रहेगा चाहे इसके लिए हमें जान की बाजी लगानी पड़े ।

दो चार घुसे मारने के बाद फिर से डीसीपी आजाद कहते हैं की जानता है वसीम खान अब तक तू जिंदा क्यूं है क्यूंकि मैं ये साबित करना चाहता था कि शंकर सिंघानिया हमारे देश में रहकर तुझ जैसे आतंकवादियों का साथ दे रहा है और आज सरकार को धमकी देकर उसने खुद साबित कर दिया कि वो एक देशद्रोही है और अब मुझे तेरी कोई जरूरत नहीं है और अपनी पिस्तौल निकालकर उस आतंकवादी की वहीं पर ठोक दिया जाता है ।

बाद में एक पुलिस वाले को जो वसीम खान तक खबरें पहुंच रहा था डीसीपी आजाद रंगे हाथों फोन करते हुए पकड़ लेते हैं और उसको सबके सामने गोली मारते हैं ।

आज भी हैं देश में शंकर सिंघानिया जैसे लोग हैं 

अब आप ये सोच रहे होंगे कि इस बात से आज की स्थितियों का क्या मतलब लेकिन आपको नहीं पता कि आजकल भी बिल्कुल ऐसा ही हो रहा है लोग खुलेआम आतंकवादियों के समर्थन में वकील खड़े कर देते हैं उनको मीडिया चैनल पर मंच दिया जाता है जिससे उनकी गलत छबि को ठीक किया जा सके उनको इनोसेंट दिखाया जा सके ।

कई राजनीतिक पार्टियां खुलेआम आतंकवादियों को सपोर्ट करती हैं और जनता भी सब कुछ जानती है लेकिन फिर भी उन्हीं पार्टियों को वोट दिया जा रहा है पुलिस भी अपराधियों का साथ दे रही है ।

हमारे देश में आजकल एक देशद्रोही लॉबी तैयार हो चुकी है इस लॉबी में अब मीडिया चैनलों का भी नाम जुड़ चुका है जब भी कोई आतंकवादी गतिविधि में किसी का नाम आता है तो ये मीडिया वाले उसको हीरो बनाकर देश के लोगों के सामने पेश करते हैं, बड़े बड़े वकील और राजनीतिक पार्टियां भी इस देशद्रोही गैंग में शामिल हैं जो अपराधियों के साथ खड़े हो जाते हैं ।

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एक तरफ ऐसे मीडिया चैनल है जी देश के खिलाफ हैं और एक तरफ सुधीर चौधरी जी जैसे पत्रकार भी हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर भी आतंकवादियों के खिलाफ रिपोर्टिंग करते हैं चाहे वो गली का गुंडा हो या दाऊद इब्राहिम जैसा मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी ।

सुशांत सिंह राजपूत केस

सुशांत सिंह केस में बहुत बाते सामने आ रही हैं पुलिस ने पहले तो केस की जांच ही नहीं की फिर जांच में रुकावट डालने का काम किया क्योंकि एक राजनीतिक पार्टी का पुलिस पर दबाव है लेकिन अब मामले की जांच सीबीआई कर रही है सुशांत कर केस में अब ड्रग्स का भी मामला जुड़ चुका है अब जाहिर सी बात है कि ड्रग्स माफिया और आतंकवादियों के संबंध भी इस केस से ही सकते हैं ।

राजनीतिक पार्टियां भी सुशांत को न्याय मिलने के खिलाफ हैं।  ये सब आरोपियों के साथ हैं लेकिन देश की जनता अब भी इतनी अंधी है कि अगली बार किसी भी चुनाव में फिर से उनको सत्ता में बिठा देंगे और फिर ये ऐसे ही आरोपियों का साथ देंगे ।

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नमस्कार जय हिन्द